शेयर बाजार में 'मल्टीबैगर' (Multibagger) उन शेयरों को कहा जाता है जो निवेशकों की पूंजी को कई गुना बढ़ा देते हैं। Izmo Limited एक ऐसा ही नाम उभरकर सामने आया है, जिसने पिछले एक दशक में अपने निवेशकों को फर्श से अर्श तक पहुँचा दिया है। कभी कौड़ियों के भाव बिकने वाला यह शेयर आज बाजार का चमकता सितारा है, और अब कंपनी एक ऐसे सेक्टर में कदम रख रही है जो भविष्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है।
12 सालों में 12,000% से ज्यादा का रिटर्न
निवेश की दुनिया में 'कंपाउंडिंग' की ताकत देखनी हो, तो Izmo Limited का चार्ट सबसे सटीक उदाहरण है। अगस्त 2013 में यह कंपनी एक 'पेनी स्टॉक' थी, जिसकी कीमत बेहद कम थी। लेकिन पिछले 12 वर्षों में इसने 12,200 प्रतिशत से भी अधिक का रिटर्न देकर सबको चौंका दिया है।
निवेश का गणित:
सेमीकंडक्टर और AI: भविष्य की नई उड़ान
Izmo Limited अब केवल अपने पुराने प्रदर्शन पर निर्भर नहीं है। कंपनी ने हाल ही में सेमीकंडक्टर पैकेजिंग और ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक सॉल्यूशंस के क्षेत्र में उतरने का बड़ा फैसला लिया है। कंपनी का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और 5G के विस्तार के साथ डेटा ट्रांसमिशन की मांग बढ़ेगी, जिससे ऑप्टिकल ट्रांसीवर मार्केट में भारी उछाल आएगा।
कंपनी के अनुमानों के अनुसार:
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ऑप्टिकल ट्रांसीवर बाजार: 2030 तक $13.5 अरब से बढ़कर $28 अरब होने की उम्मीद।
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सेमीकंडक्टर पैकेजिंग (सिलिकॉन फोटोनिक्स): वर्तमान $2 अरब से बढ़कर $10 अरब तक पहुँचने की संभावना।
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ग्रोथ टारगेट: कंपनी इस सेगमेंट में 25% से 27% CAGR (चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
क्या है जोखिम और अवसर?
इतने शानदार रिटर्न के बावजूद, शेयर बाजार में हमेशा सावधानी जरूरी है। पिछले एक महीने में Izmo के शेयरों में करीब 19.15% की गिरावट देखी गई है। वर्तमान में यह अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर (₹1,374.70) से काफी नीचे ₹793.50 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट शॉर्ट-टर्म 'प्रॉफिट बुकिंग' हो सकती है। सेमीकंडक्टर जैसे हाई-ग्रोथ सेक्टर में प्रवेश करने से कंपनी की लॉन्ग-टर्म वैल्यू बढ़ सकती है, लेकिन निवेशकों को कंपनी के तिमाही नतीजों और सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट की प्रगति पर कड़ी नजर रखनी चाहिए।
निष्कर्ष
Izmo Limited ने साबित किया है कि अगर कंपनी का बिजनेस मॉडल सही दिशा में बदल रहा हो, तो वह लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएटर बन सकती है। सेमीकंडक्टर क्षेत्र में इसकी नई पारी इसे 'स्मॉल कैप' से 'मिड कैप' की श्रेणी में ले जाने का दम रखती है। हालांकि, नए निवेशकों को अपनी जोखिम क्षमता को ध्यान में रखकर और वित्तीय सलाहकार की मदद से ही कोई फैसला लेना चाहिए।